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भाग्य रेखा का शनि पर्वत तक जाना दिलाता है जीवन में...

यदि भाग्य रेखा दोषरहित होकर शनि पर समाप्त होती है तो वह शुभफल देने वाली होती है। यदि हाथ भारी और गुलाबी हो तो वह शुभफल वाली होती है। भाग्य रेखा के चन्द्रमा या शनि क्षेत्र से निकलने की स्थिति में यह शुभफल वाली होती है।
भाग्य रेखा, शनि पर्वत पर गई हुई हो, हाथ कुछ कठोर हो व शनि पर्वत नीचे से नुकीला या ऊपर से उन्नत हो तो जातक की रुचि बाग-बगीचे, खेती आदि में होती है। यदि भाग्य रेखा मोटी भी हो तो घर में खेती का कार्य अवश्य होता है। बायें हाथ में भाग्य रेखा मोटी हो तो वंश में खेती का योग होता है और यदि दांयें हाथ में भाग्य रेखा मोटी हो तो स्वयं की खेती का योग होता है।
दोनों हाथों में भाग्य रेखा गहरी हो व हाथ अच्छा हो तो वंशानुगत खेती का कार्य पाया जाता है। यदि शनि मुद्रिका हो तो भी खेती या खनन संबंधी कार्य होता है।
भाग्य रेखा, शनि पर्वत पर गई हुई हो, हाथ कुछ कठोर हो व शनि पर्वत नीचे से नुकीला या ऊपर से उन्नत हो तो जातक की रुचि बाग-बगीचे, खेती आदि में होती है। यदि भाग्य रेखा मोटी भी हो तो घर में खेती का कार्य अवश्य होता है। बायें हाथ में भाग्य रेखा मोटी हो तो वंश में खेती का योग होता है और यदि दांयें हाथ में भाग्य रेखा मोटी हो तो स्वयं की खेती का योग होता है।
दोनों हाथों में भाग्य रेखा गहरी हो व हाथ अच्छा हो तो वंशानुगत खेती का कार्य पाया जाता है। यदि शनि मुद्रिका हो तो भी खेती या खनन संबंधी कार्य होता है।
ज्योतिष मंथन
15-06-2016
15-06-2016