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विष मिले पदार्थ की ऐसे करे पहचान |

किस पदार्थ में विष मिला है इसकी पहचान कैसे हो? राजा-महाराजा के समय से ही विष का प्रयोग चला आ रहा है। जब कभी भी सामने ये बात आई की अमुक व्यक्ति ने भोजन में या अन्य किसी पदार्थ में विष मिलाया है तो राजा ने विष की पहचान करने के लिए वह भोजन जिसमे विष मिला है सम्बंधित व्यक्ति को ही खानें के लिए दिया है।
साधारणतया विष मिले पदार्थ की पहचान आसानी से नहीं की जा सकती है, किन्तु यदि हम जरा सी सावधानी रखे तो पहचान की जा सकती है की भोजन में विष मिला है या नहीं।
साधारणतया विष मिले पदार्थ की पहचान आसानी से नहीं की जा सकती है, किन्तु यदि हम जरा सी सावधानी रखे तो पहचान की जा सकती है की भोजन में विष मिला है या नहीं।
- अग्नि के द्वार भोजन में विष मिला है पता लगाया जा सकता है। जिस भोज्य पदार्थ में विष मिला है उसे अगर अग्नि में डाले तो अग्नि और अग्नि की लपटों का रंग नील रंग में बदल जायेगा और विष मिला भोजन जब तक जल नहीं जाता तब तक चाट-चाट के आवाज के साथ अग्नि जलती है।
- विष मिश्रित मिला भोजन को अग्नि में डालने पर जो धुँआ उठता है उसके रंग मयूर की जीभ के रंग के सामान होता है।
- यदि विषमिश्रित भोजन को गर्म किया जाए तो वह शीघ्र ही ठंडा हो जाता है।
- यदि पकते हुए अन्न में विष मिला दिया जाता है तो वह भोजन कच्चा ही रह जाता है पूर्णरूप से पकता नहीं है।
- यदि दाल में विष मिला हो तो वह जल्दी ही सुख जाती है और दुबारा पकाने जिस प्रकार नींबू डालने पर दूध फट जाता हैं उसी प्रकार विषमिश्रित दल फट जाती है।
- घी, तेल आदि तरल पदार्थ में विष मिला हो तो गौर से देखने पर हमें नील रंग की रेखाएं दिखाई देती है।
- यदि सूखे पदार्थ में विष मिले हो तो अँगुलियों से मसलने पर चूर-चूर हो जाते है।
- यदि वस्त्र में विष मिला हो तो उनमे जहाँ-जहाँ गिरा हो वहां या तो कपडे का रंग उड़ जाता है या कपड़ो के रोएँ उड़ जाते है।
- यदि सोना, चाँदी, मणि माणिक्य आदि पर विष का प्रयोग किया गया हो तो वो अपनी आभा खो देते है साथ ही अपनी पहचान और भारीपन भी।
- पं. श्रीराम शर्मा, 04-07-2016