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प्रकृति से जुड़े शकुन-अपशकुन।

प्रकृति में बहुत से रहस्य भरे पड़े हैं, जिनके प्रभाव स्पष्ट रूप से दृष्टिगोचर नहीं होते। उसको जानने के लिए त्रिकालदर्शी की जरूरत होती। कुछ रहस्य उजागर हो जाते हैं आर कुछ रहस्य ही बने रहते हैं। इस प्रकृति ने ही इन शकुनों-अपशकुनों को जन्म दिया हैं। हम प्रकृति से जुड़ी उन्हीं चीजों को प्रस्तुत कर रहे हैं, जिनसे शकुन अपशकुन की धारणाएं जुड़ी हैं।
आकाश से जुड़े शकुन -
यदि आकाश पर लाली नजर आए तो युद्ध की संभावना बन जाती है। दूसरे शब्दों में घर में लड़ाई-झगड़े, पड़ोसियों से वाद-विवाद अथवा मित्रों से मन-मुटाव पैदा होता है। यदि आकाश नीला हो तो वर्षा की संभावना रहती है जो व्यक्ति के मन को शांति प्रदान करती है।
यदि आकाश सफेद नजर आए तो रोग के बढऩे की सम्भावना रहती है जो अपशकुन माना जाता है।
तारों का शकुन -
पश्चिम के देशों में सितारों की तरफ अंगुली करना अपशकुन माना जाता है, ऐसा करने से व्यक्ति का दुर्भाग्य आता है।
आसमान से जब कोई तारा टूटता है तो किसी की मृत्यु का संकेत देता है।
टूटते सितारों का शकुन -
सितारों का टूटना शुभ शकुन होता है। यदि उस समय कोई इच्छा की जाए तो वह शीघ्र ही पूरी हो जाती है। जब भी टूटते हुए तारे को देखता है तो आंखें बंद करके मन में कुछ मांगता है और सोचता है कि उसकी इच्छा शीघ्र ही पूर्ण होगी, जबकि ऐसा नहीं है। व्यक्तियों में ऐसी धारणा जगप्रसिद्ध है कि परन्तु पश्चिम के देशों का अंधविश्वास है कि इन सितारों में मनुष्य की आत्माएं होती हैं। वे टूटकर धरती पर आती है और जन्म लेने वाले नवजात शिशुओं में प्रवेश करती है।
एक अन्य धारणा के अनुसार पृथ्वी पर जब किसी व्यक्ति की मृत्यु होती है तो आकाश में एक नया सितारा दिखाई देता हैं। ये अंधविश्वास आज से नहीं प्राचीनकाल से चले आ रहे हैं। इनकी ये धारणा केवल इसी आधार पर कायम है कि आकाश में सारे देवता निवास करते हैं।
धूमकेतु का शकुन -
धूमकेतु का आकाश मंडल पर उदय होना अपशकुन माना जाता हैं। लोगों की धारण के अनुसार जब-जब आकाश मंडल पर धूमकेतु का उदय होता है तब-तब राज्य के भंग होने अथवा उसके विघटन का योग बनता है। एक अन्य धारण के अनुसार धूमकेतु के उदय होने से पृथ्वी पर रोगादि का भयंकर प्रकोप होता है।
- ज्योतिष मंथन